आप एक बार सोचकर बताओ, अगर परीक्षा होती ही नही, तो क्या होता? वैसे तो अलग अलग लोगोंके अलग अलग सवाल होंगे, क्युंकी हर किसी की पसंद अलग होती है. लेकीन छात्रोंके नजरीयें से देखा जाये, तो उनके जीवन मे परीक्षा का क्या महत्व होगा? हम इस प्रश्न का उत्तर विस्तार से जानेंगे.
दोस्तो, जीवन के लिये जितना संघर्ष महत्वपूर्ण है, उतना ही छात्रोंके के अच्छे भविष्य के लिये परीक्षा महत्वपूर्ण है. बड़े-बड़े शिक्षकों और विशेषज्ञों का कहना है की, शिक्षा और परीक्षा साथ साथ चलते है. इनके वजह से व्यक्तीका/छात्रोंका विकास सफलता के ओर बढता है. यह कदम बहुत महत्वपूर्ण है, जो किसीने जीवन मे भुलना नही चाहिये.
मुझे लगता है, किसी भी देश के बच्चों के लिये शिक्षा एक बडा विषय है. शिक्षा के बिना कोही भी देश, समाज विकास और सफलता हासील नही कर सकता. इसलिये हर समय शिक्षाका मुल्यांकन होणा बहुत जरुरी है.
शिक्षाका मुल्यांकन करने से पहले शिक्षा का Exam Pattern की परिभाषा क्या होगी, यह भी पहले जाणना जरुरी है. इसकी सुरवात हमारे देश इंडिया के शिक्षा का Exam Pattern कैसा है? इस बारे मे जाणते है.
What is Examination & its Pattern in India?
परीक्षा की सरल परिभाषा है, किसी की योग्यता या प्राप्त ज्ञान का परीक्षण करने के लिये, की गई जांच एवं आप सुंदर भाषा मे इसे प्राप्त ज्ञान का अवलोकन करने के लिये किया गया बेहतरीन डिझाईन कह सकते है.
भारत मे कही अभ्यास के Pattern है. उसमे बडी बडी University तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये बोर्डों में से सीबीएसई बोर्ड आप एक बडा नाम ले सकते है. इनके द्वारा किया गया शिक्षा का Pattern वाकही बच्चों के मानसिक और बौद्धिक विकास के लिये निर्मित है.
संक्षेप में परीक्षा एक मानसिक तथा बौद्धिक क्षमता का किया गया मुल्यांकन. इस आधार पर बच्चा कीस Category मे आता है. इस बारे निर्णय लिया जाता है.
अगर आपने परीक्षा के बारे मे जान लिया है, तो हम परीक्षा का महत्व भी जाणते है.
Why is Examination Important ?
1) विद्यार्थी की क्षमता को समझना : Understanding Student Capacity
जैसे मैने उपर कहा है की, शिक्षा और परीक्षा साथ साथ चलते है. उस प्रकार छात्र के बौद्धिक क्षमता का मुल्यांकन करने के लिये परीक्षा महत्वपूर्ण रोल निभाती है. छात्र अभ्यास मे कैसा है? उसका दिमाक कीस तेजीसे चलता है? इसका मुल्यांकन होणा जरुरी है, तभी विद्यार्थी की क्षमता दुनिया को समज आयेगी.
2) कौशल को बढ़ावा देती है : Promotes Skills
Exam व्यक्ती को उसके अंदर कौनसी स्कील छुपी है, इसकी जानकारी देती है. आजकल शैक्षिक विभाग मे भारत लगातार नई नई क्रांती ला रहा है. जैसे आज Online का प्रभाव हर जगह आपको मिलता है. साथ ही बच्चों मे सबसे आगे रहने के लिये जो ज्युणून पैदा होता है, वह सिर्फ EXAMINATION के वजह से ही मिलता है.
3) अनुशासन पैदा करता है : Creates Discipline
परीक्षा ही है, जो व्यक्ती को Discipline रखने के लिये बाध्य करती है. आपको सफलता को हासील करना है, तो आपके अंदर Discipline होणा जरुरी है. इसके बिना आप कभी सफल नही बन पाओगे. ये ऐसी दोर है, इसे आप तोडकर कभी आगे नही बढ पाओगे. छात्र जब शिक्षा ग्रहण करता है, तब उसके जीवन मे हर समय संघर्ष और शिक्षा साथ चलती है. और छात्र उन्हे तभी पकड सकता है, जब उसके अंदर Discipline हो.
4) टाइम्स प्रबंधन कौशल : Times Management Skills
टाइम्स प्रबंधन कौशल यह छात्रों के लिये ही नही, बल्की सभी व्यक्ती के लिये महत्वपूर्ण है. संघर्ष और शिक्षा समय के साथ जोडे हुये है. इसे जाणना हर छात्र का काम है. क्युंकी Times Management Skills के चलते, आप इस खतरनाक प्रतोयोगीता युग मे Survive कर सकते है.
Exam सच मे व्यक्ती को ज्ञान को ग्रहण करने के लिये प्रेरित करती है. आपकी क्या सोच है, इस बारे मे जरूर कमेंट्स करके बताये.
अब हम Online EXAMINATIONS Pattern के बारे मे जाणते है, जीससे आप शिक्षा के Pattern के बारे अधिक जान सके.
ऑनलाइन स्कूल मे Daily Schedule और EXAMINATIONS Pattern कैसा होता है?
ऑनलाइन स्कूल का Daily Routine वाकही मजेदार होता है. ऐसा लगता है, छात्र भी इस Platform से खुश है. इसके कही कारण हो सकते है. जैसे की, शिक्षकोंकी डाट बहुत कम होती है. मार खाने की नौबत कभी नही आती. दिमाक पर प्रेशर नही रहता है. इस वजह से छात्र ऑनलाइन क्लास से खुश है.
लेकीन इसमे EXAMINATIONS Pattern बहुत अच्छा होता है. क्युंकी Exam के समय शिक्षक हर एक पर नजर रखते है. स्क्रीन हर एक पर रहने से, किसी प्रकार की चीट आप नही कर सकते है. इसमे मुल्यांकन भी फास्ट होता है. तकनीकी तौर गलतियां कम होती है. रिझल्ट सबके पास कम समय मे आता है. वैसे ती देखा जाये, ऑनलाइन स्कूल प्लैटफ़ॉर्म आधुनिक शिक्षण पद्धती का एक भाग होणे जा रहा है.
परीक्षाओं के लिए टिप्स : Tips for Examinations
पहली महत्वपूर्ण टिप्स एक जगह स्थिर और फोकस करने की प्रक्टिस करे. इसकी बहुत जरुरी है.
ध्यान भटकणे वाली सभी चीजों को पहले से दूर रखे.
अभ्यास करते समय एक-दो घंटे के बाद पाच-दस मिनिट का ब्रेक लेजीये. इस ब्रेक समय मे अच्छा संगीत या ध्यान करे
साल के अंत: मे अभ्यास का रहाटा शुरु मत करो. आपको साल के पहले ही दिन से अभ्यास करते रहना है. जीससे साल के अंत: मे अधिक जागणे की जरुरत नही पडेगी.
छात्रों के अंदर Motivation बढाने के लिये उन्हे पुरस्कार तकनीकों का उपयोग करें.
बचों का दिमाक फ्रेस रखने के लिये प्रयास करे. कुछ् हेल्दी टिप्स फॉलो करे.
अंतिम विचार : Final Thoughts
बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने और घटाने के लिए माता-पिता और शिक्षक दोनों ही जिम्मेदार हैं. मै समजता हु की, माता-पिता एवं शिक्षक दोनों को ही लगता है की, उनका बच्चा/छात्र सबसे तेज हो. वह हमेशा क्लास मे पहला आये, इसलिये प्रयास करते है. लेकीन यहा वह यह भूल जाते है की, उनका बच्चा वह जिम्मेदारी उठाने के लिये सक्षम है की नही? आपके इस दबाव के कारण बच्चे ठीक से अभ्यास नही कर पाते है. वह डर के मारे अभ्यास तो करते है, लेकीन अभ्यासपर फोकस नही कर पाते है. इस विषयपर आप सभीको सोचना बहुत जरुरी है.
बच्चे वही हेल्दी और खुश रह सकते है, वहा का वातावरण हेल्दी और शांत हो. आपको इसका भी खयाल रखना जरुरी है. बच्चों को क्या सही लगता है. उन्हे कीस विषयं मे रुची है. उसी विषय मे उन्हे फोकस करने के लिये आपको बढावा देणा चाहिये.
भारत मे एक आकडे के नुसार 63% बच्चे तणाव मे अभ्यास करते है. यह आकडा वाकही हैराण करनेवाला है. बच्चों के भविष्य के बारे मे हम सब को एकसाथ मिलकर विचार करना चाहिये.
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