कभी कभी लोगोंका का घुस्सा ऐसे आसमानपर पहुंचता है, उस वक्त वह किसी के बारे मे या होणेवाले परिणामों के बारे मे सोचना भूल जाते है. क्या होता है, किसी कारण वंस कोही व्यक्ती उनको बहुत दु:ख देता है, उस वक्त वह बदले के आग मे डूब जाते है. उनपर अन्याय हो रहा है, ऐसा उनको लगता है. उस वक्त वह उनको सबक सिखाने के बारे मे सोचने लगते है और वह सबक सिखाने की कोशिश भी करते है. परंतु उनकी यह कोशिश असफल हो जाती है. और खास करके इस मे उनको ही बडा नुकसान होता है.
मै समजता हु की, किसी ने आप पर अन्याय किया हो, तो उसका विरोध करना भी जरुरी है. वरना वह व्यक्ती दुबारा आपको परेशान कर सकता है. इसलिये कभी अन्याय सहन नही करना चाहिये. परंतु कभी कभी ऐसा समय आता है, उस वक्त हमे बदले की आग मे जळने के बजाय शांत धीमाक से क्रोध पर काबू पाना जरुरी होता है. अगर आप ऐसा नही करते है, तो जरूर इसमे आपकी हार होगी. इसमे कोही संदेह नही है.
मै आपको बता दु की, आपकी हार इसलिये होगी, क्युंकी आप उस वक्त यह बिलकुल नही सोचते की, आपका दुश्मन कौन है? उसकी शक्ती आपसे कितनी बडी है? अगर आप अपने शक्ती से बडे व्यक्ती से सामना करते है, तो आपकी हार तय है. इसलिये इस लेख के माध्यम से हम आपको जानकारी देने वाले है, वह कौन लोग है उनसे कभी दुश्मनी नही लेनी चाहिये. जाणते है वह कौन लोग है.
इन 9 लोगोंके साथ दुश्मनी कभी नही लेनी चाहिये
हथियार रखने वाला :
युद्ध मे आपके पास हथियार नही है और आपके सामने दुश्मन हथियार लेकर खडा है उस वक्त आपको उससे सामना करने के बजाय हार मानणा आपके लिये सही होगा. क्युंकी आपने उसके सामने हार नही मानी, तो जरूर वह आपको मार डालेगा. इसे आप अपनी हार मत समजीये, क्युंकी कभी कभी समय के मांग के अनुसार थोडी देर के लिये हार माननेसे आपकी जान बच सकती है. और भविष्य मे आप जो भी करना चाहते है, वह कर सकते है.
राजा / मालिक :
लोगो ने कभी राजा, मालिक, क्रोधी लीडर, नेता इनसे दुश्मनी नही लेनी चाहिये. इनसे आप अकेले नही लढ पायेंगे. अगर आप उनसे दुश्मनी लेते है, तो वह तुरंत आपको मौत के घाट उतार देंगे.
मूर्ख व्यक्ती से :
धर्म नीती के अनुसार कभी मूर्ख व्यक्ती से दुश्मनी नही लेनी चाहिये. मुर्ख व्यक्ती मूर्खता के कारण कभी भी आपको धोका दे सकता है. चाणक्य कहते है, एक बार बुद्धिमान व्यक्तीसे दुश्मनी करो लेकीन मूर्ख व्यक्ती से कभी दुश्मनी मत करो. भविष्य मे आपके साथ धोका होणे की संभावना: अधिक रहती है.
मर्मी :
मर्मी याने आपके बारे मे सबकुछ जाणणे वाला. ऐसे व्यक्ती से दुश्मनी करने से बचना चाहिये. ऐसी व्यक्ती दुश्मनी के चलते आपके दुश्मन से हात मिला सकती है और आपके सभी रहस्य के बारे मे उसे बता सकती है. उससे आपको बडा नुकसान हो सकता है.
बंदि :
बंदी व्यक्ती से कभी दुश्मनी लेनी नही चाहिये. बंदि व्यक्ती मतलब जो व्यक्ती एक का सुना हुआ सिक्रेट दुसरों को तुरंत बताने वाला. ऐसे व्यक्ती लोगों मे दुश्मनी पैदा करा देता है. बना बनाया काम बिघाडने का काम बंदि व्यक्ती करता है.
कवि :
कवि, पत्रकार, वक्ता ऐसे लोगोंके से दूर ही रहना चाहिये. कहते है कलम की ताकद तलवार के धार से भी तेज होती है. ऐसे लोग कुछ ही समय मे आपके गुडविल की खत्म कर सकते है. वह जहा भी जायेंगे वहा आपकी बदनामी करेंगे.
धनी :
धनी, श्रीमंत व्यक्ती से दुश्मनी से बचना चाहिये. ऐसी व्यक्ती समय आने पर पैसों से किसी को भी खरीद सकता है. ऐसी व्यक्ती से आप दुश्मनी लेंगे तो वह तुरंत किसी गुंडे को पैसे देकर आपको हमेशा के लिये उपर भेज सकता है.
भोजन बनाने वाला :
अगर आप भोजन बनानेवाले से दुश्मनी लेते है, तो वह संभवत: घुस्से मे आकार आपके खाने मे जहर डाल सकता है. और आपको कुछ करने का मौका ही नही मिल पायेगा. ऐसे व्यक्ती बडे प्यार से आपको कुछ समजने से पहले ही आपको सही रास्ते पे भेज सकता है.
डॉक्टर :
चाणक्य नीती के अनुसार किसी व्यक्ती ने डॉक्टर से पंगा नही लेना चाहिये. कभी कभी क्या होता है, पैसों के मामलो मे या किसी व्यक्ती की हॉस्पिटल मे अचानक मौत हो जाती है, तब ऐसे मे लोग डॉक्टरों को जिम्मेदार समजते है. और वह उनसे झगड़ा कर लेते है. ऐसे मे आप भूल जाते है की, अगर कही वह डॉक्टर घुस्सेला निकला तो वह अगली बार आपसे बडे प्यार से बदला ले सकता है और आपको पता भी नही चलेगा. इसमे आपको जान से हात धोना भी पड सकता है.
निष्कर्ष
चाणक्य के यह विचार सभी लोगों ने आत्मसात करना चाहिये. कभी कभी गधे को भी अपना बाप बनाना पडता है. इसका यह मतलब नही की आप हार मानो. कहते है समय बहुत बलवान होता है. इस कहावत के अनुसार जब तक आप उससे लढणे के लिये सक्षम नही बन जाते है, तब तक अपना धीमाक शांत रखे. और सही समय का इंतजार करे ……….
“ध्यान रखे दुश्मनी कभी किसीसे लेनी नही चाहिये, इसमे दोनो का भी नुकसान है.“