अनुशासन शब्द से बहुत से लोग डर जाते है. और वही लोग डरते है, उन्हे जीवन मे कुछ ना करने की कामना होती है. लेकीन जीन लोगोंको कुछ करणे की, बनने इच्छा होती है, ऐसे लोगोंको अनुशासन को अपने जीवन मे प्रयोग करना बहुत जरुरी है. बिना अनुशासन आप किसी भी क्षेत्र मे सफल नही हो सकते.
किसी भी प्रकार का काम हो उसमे निरंतरता और अनुशासन ( Discipline) होना बहुत जरुरी है. एक बार आपने सोच लिया की, यह काम मुझे आज पुरा करना है, या उस क्षेत्र मे करियर बनाना है, तो आपको उस काम के बारे मे सोच के या कुछ समय तक काम करणे से फायदा नही होगा, बल्की आपको उस क्षेत्र मे सफलता पाने के लिये, उस काम मे निरंतरता और अनुशासन को अपनाना होगा. अगर आप उस काम को Passion के साथ निभाते है और उसमे अपनी जान डालते है, मतलब अनुशासन पूर्वक काम करते है, तो बिना किसी संदेह आप उसमे सफल हो जाते है.
सचिन तेंडूलकर, अक्षय कुमार, अमिताब बच्चन जैसे स्टार, एक दिन मे या एक साल मे सफल नही हुये है. उनको यहा तक आने के लिये बहुत कष्ट लेना पडा था. वह हर एक काम को अपना Passion समजकर, अनुशासन के साथ उस काम को पुरा करते है, इसलिये आज वह बडे स्टार और सबके प्रेरणा बन चुके है.
अनुशासन का सिंपल अर्थ | अनुशासन क्या है?
अनुशासन का सिंपल अर्थ है, हमारे जीवन मे किसी भी काम को एक सही दिशा देना. और वह कम पूर्व निर्धारित समय के पहले पुरा करना. जैसे आपको जिम करना है, तो सुबह आपको 5 बजे उठना ही है. यहा आलस्य नही आणा चाहिये. आपको काम के लिये निर्धारित समय के पहले ही पहुंचना है. किसी को आपने मिलणे के लिये समय दिया है, तो आपको उसे समय के पहले ही मिलना है, ना की बाद मे.
अनुशासन के फायदे
अनुशासन के फायदे मनुष्य के जीवन मे बहुत बडा रोल अदा करते है. आपको बडा आदमी बनना है, तो आपको अपने जीवन मे अनुशासन को अपनाना ही होगा. आपने जिस काम को अपना Passion माना है, उस काम को आप अनुशासन के साथ पुरा करते है, तो आप उस काम नि संदेह सफल हो जाते है.
आपको व्यायाम पसंद है और आप फिटनेस ट्रेनर मे करियर करना चाहते हो, तो आपको सुबह जल्दी उठना पडेगा. उठणे के बाद व्यायाम करना होगा और यह सब एक दिन के लिये नही, बल्की हर रोज करना होगा. व्यायाम मे निरंतरता और अनुशासन आपको कामयाब फिटनेस ट्रेनर जरूर बना देगा.
आप छात्र हो, तो आपको निरंतर अभ्यास करना होगा, ना की कल करुंगा, परसो करुंगा जैसी निगेटिव बाते करनी है. और ऐसे ना करने से परीक्षा मे फेल होना तय है. ऐसा आप नही चाहते है, इसलिये आपके अभ्यास मे निरंतरता होनी चाहिये, अनुशासन होना चाहिये. आप देखेंगे परीक्षा के समय बिना किसी दबाव आप पेपर लिखते है और आप सफल हो भी हो जाते है.
दैनिक जीवन मे अनुशासन
हमारे दैनिक जीवन मे अनुशासन को कायम रखना जरुरी है. सुबह जल्दी उठणे से लेकर रात जल्दी सोने तक हर एक प्रकार की गतिविधि हमे निर्धारित समय मे पुरी करना जरुरी है.
माता पिता, शिक्षक और बडे लोगोंका सम्मान रखना भी एक अनुशासन है. उनके आज्ञा का पालन करना और एक जिमेद्दार नागरिकों के सभी कर्तव्य का पालन करना, यह भी नैतिक अनुशासनका एक भाग है.
निष्कर्ष
यह धरती अनुशासन पर निर्भर है. प्रकृती कभी अपने नियम बदलती नही. वह हमेशा निर्धारित समय पर अपना काम करती है. कभी आपने देखा है, सुरज आज समय के पहले ही उठा है, या देर से अस्त हुआ है. ऐसा आप कभी सुन नही सकते. प्रकृती के सारी गतिविधियां निर्धारित समय पर ही चलती है और आज भी बिना किसी रुकावट उनका काम चालू है.
मनुष्य को भी अपना काम अनुशासन के साथ करना चाहिये. आज का काम आज ही पुरा करना है, ना की कल पर पोस्टपोन करना है. एक बात ध्यान मे रखना चाहिये. हर एक का समय होता है और बिता हुआ समय वाफस नही आता. इसलिये जो भी करना है निर्धारित समय मे ही पुरा करना जरुरी है. तभी आप उस काम मे निर्धारित समय पर सफल हो जायेंगे. इसलिये जरुरी है अनुशासन |
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