ईश्वर ने हर एक मनुष्य को एक समान धीमाक दिया है. फिर चाहे वह स्त्री हो या पुरुष. सब मे एक समान धीमाक होता है. इसके लिये आप किसीसे बहस नही कर सकते. आपको यह मानना ही पडेगा. यहा आपके मन मे यह सवाल आता होगा, की ईश्वर ने सबको एक समान धीमाक दिया है, तो समाज मे एक मनुष्य सफल है और एक असफल.. ऐसा क्यू? यहा आप सोचेंगे की, वह अमीर था इसलिये सफल हो गया. इसके पास कही लोगोंका साथ था, इसलिये वह सफल हो गया. लेकीन ऐसा नही नही है. समाज मे ऐसे भी गरीब लोग है, उनके लिये दो वक्त का खाना भी नशीब नही था, लेकीन आज उन्होने आसमान छु लिया है.
मगर जो लोग जीवन मे असफल हुये है, अगर वह सोचेंगे.. ऐसा क्यू ? हम मे क्या कमी है? क्यू हमे सफल होणे मे वक्त लग रहा है?, तो यहा मै आपका ऐसा सोचना गलत नही मानता. ऐसे विचार आणा स्वाभाविक है. इसलिये हम इसका सही उत्तर इस लेख के माध्मेयम से दे रहे है. मुझे उम्मीद है की आपको यह लेख अछां लगेगा.
अगर जीवन मे सफल बनना है, तो अपने आपको कभी छोटा या किसी से कम मत समजना. आप समज लिजिये की अगर वह मनुष्य सफल बन सकता है , तो मै क्यू नही. आप देखिये, आपके अंदर एक आत्मविश्वास आएगा और आप जरूर कुछ करने की कोशिश करेंगे
दोस्तो सफल बनना, मनुष्य के अतूट विचारों के उपर निर्भर है. जीन लोगोंके धीमाक मे जितने का ज्युणून होता है और वह उस टार्गेट को हासील करने के लिये स्मार्ट तरीकेसे मेहनत लेते है और वह सफलता के सीडियों पर उसी टार्गेट के निर्धारित समय पर प्राप्त करते है. दोस्तो उन बेहतरीन टिप्स को हम यहा जानेंगे.
जीवन मे सफलता का टार्कैगेट कैसे हासील करे ?
संकट से डरो मत उसे सामना करो
सफल बनने के लिये नज्दिकी रास्ता ना अपनाये. अपने कौशल और मेहनत से आगे बढीये. जितना मेहनत करोगे, उतना आपमे एक आत्मविश्वास बढेगा. कही बार आप असफल हो जाओगे, लेकीन हार मत मानो. क्युंकी हार आपको सफलता का रास्ता दिखाने मे मदद करती है. इसलिये असफलता से डरो मत, उसका सामना करो. इसके लिये मै आपको एक कहाणी सुनता हु. यह कहाणी सुनकर आपमे आत्मविश्वास जरूर बढेगा.
“स्वामी विवेकानंद” नाम तो सुना होगा. इनका नाम भारतवर्ष मे नही, दुनियाभर में उनका नाम एक बुद्धिमान व्यक्ती मे लिया जाता है. एक दिन वह संध्या स्नान करणे के लिये नदी पर गये थे. स्नान करणे के बाद वह घर की तरफ आ रहे थे. तभी उनके पीछे कुत्ते लगे. स्वामी कुत्ते के काटने से बचने के लिये भागणे लगे. लेकीन कुत्ते उनके पीछे काटने के लिये दौडने लगे. स्वामीजी सोच मे पडे की, ऐसा क्या करे की, कुत्ते उनका पीछा छोडे? उन्होने सोचा की अगर मै, ऐसे ही भागने लगा तो कुत्ते मेरे पीछे ही भागेंगे और मुझे काटेंगे, इसलिये उनसे भागणे से अच्छा उनका सामना करना मेरे लिये अच्छा रहेगा, ऐसा उन्होने सोचा. स्वामिजी एक पत्थर हात मे लेते है और वह कुत्ते के पीछे भागणे लगे. हात मे पत्थर देखकर कुत्ते इधर उधर भागणे लगे. ऐसा करणे से स्वामी विवेकानंदजी को कुत्तो से छुटकारा मिलता है.
यहा आप बताये आपने इससे क्या शिका? मै बता देता हु. आप जितना संकट से डर जाओगे उतना वह आपके पीछे आयेंगे. इसलिये आपको उनसे भागना नही है. उनका सामना करना है. तब आप देखेंगे संकट आपसे कोसो दूर भाग जायेगा. और आपका सफलता का रास्ता आसान हो जायेगा.
समय के साथ चलना सीखो
अगर आपको किसी काम मे असफलता आ रही है. तब आपको उस काम को बीच मे छोडना नही है. उसे बार बार सफल बनाने की कोशिश करो. इतना कोशिश करो की, जब तक आप उसमे सफल नही हो जाते. कुछ लोग ऐसे होते है की, किसी काम मे असफलता होणे के बाद वह तुरंत उसे छोड देते है और निराश होकर अपने अतीत के बारे मे सोचते रहते है. भाई लोग मै आपको एक महत्वपूर्ण बात बता देना चाहता हु की, समय है ना किसी के लिए रुका नहीं है. उसका कोही भाई-बहन, सगे-सोयरे नही होते है. उसके लिये बस.. जो समय का महत्व जाणता है और समय के साथ चलता है, उसी को समय साथ देता है. इसलिये आप सब समय के साथ चला करो और मेहनत करो. आप देखंगे सफलता आपके पास दौडकर आ रही है.
पसंदी क्षेत्र चुनिये
अगर आपको सफल होणा है, तो आप अपने पसंदी क्षेत्र मे ही मेहनत करे. इससे क्या होगा, आप उस काम को अपनी पुरी मेहनत लगाके काम करोगे. और आप उसमे जल्दी सफल हो जाओगे. कुछ लोग ऐसे होते है, वह अपना पसंदी काम छोडकर माता पिता या दोस्त की इच्छा पूर्ती के लिये किसी दुसरे नापसंदी क्षेत्र मे प्रवेश लेते है और उसमे असफल हो जाते है. मै आपको एक उदाहरण देता हु. सचिन तेंडूलकर आपको पता ही होंगे. इनको तो दुनिया जाणती है. अगर उनको कोही कहता की, आप सिंगर बन जावो, तो क्या होता? सोचये क्या सचिन तेंडूलकर इतने Famous Celebratory बन जाते.. नही.. आप के लिये एक ही उदाहरण काफी है समजणे के लिये. आपको सफल बनना है तो, अपने पसंदी कामपर फोकस करो. आप निसंदेह उस काम मे सफल हो जाओगे.
सकारात्मक सोचो
कोही भी काम हो, उसे अगर ध्यानपूर्वक, सकारात्मक सोच के साथ करते है, यकीन मान लिजिये आप उस काम मे जरूर मास्टर बनेंगे. इस ट्रिक्स को आज जो महान लोग देख रहे है, वह सब इसी सोचसे महान बने है. डर और निगेटिव सोच मन को खोकला कर देती. ऐसी सोच अगर आपकी है, तो इसी समय उसे छोड दो. वरना आप एक निर्जीव पुतले के समान हो. ऐसा कहना कोही गलत नही है. इस ट्रिक्सपर आज से ही काम करना शुरू कर दो.
जिद्दी बनो
सफल बनना है, तो आपको जिद्दी स्वभाव लाना होगा. कुछ लोग घमेंडी अभिमानी कहेंगे, लेकीन ऐसा नही है. अगर आपको सफल बनना है, तो उस काम मे जिद्दी होना जरुरी है. आप यह नही सोचेंगे की, आप कितनी बार असफल हो गये. आप यह सोचेंगे की आपने इस असफलता से क्या शिका. आप जितनी बार असफल होंगे, उतनी बार आप सफलता के पास होंगे. और एक दिन सफलता आपके साथ होगी. मै आपको सफल लोगोंके बारे बता देता हु. यह पहले कितनी बार असफल हुये होंगे. इनके बारे मे जानेंगे तो आप खुद ही समज जाओगे की आपको क्या करना है.
Jack Maa इसे कोही नही पहचानता भाई.. इसे तो अधिकांश दुनिया पहचानती है. वह Ali baba कंपनी के Founder है. लेकीन वह इस कंपनी के Founder कैसे बने, शायद ही आपको पता होगा. भाई यह बंदा अपने Life मे इतनी बार असफल हुआ है की, शायद ही कोही इनके जैसा होगा. यह बंदा Interview मे लगातार ३० बार असफल हुआ था. इतना होणे के बाद तो, हमारे जैसे बंदे घर पर ही बैठ जाते. लेकीन यह बंदा इतना जिद्दी था की, उसने अपने आपको वाफस खडा रखा और पुन्ह: कोशिश करने लगा. और जाणते हो, आज यह आदमी दुनियामे श्रीमंत व्यक्ती मे ३३ नंबर पर आता है. देखिये जिद्दी मनुष्य क्या से क्या बन जाता है.
Cristiano Ronaldo यह तो दुनिया का Famous Football Champion है. लेकीन यहा तक आणे के लिये इस बंदे को बहुत कुछ सहना पडा था. कुछ गरीब लोग अपने जीवन मे असफल होने मे खुद को दोषी मानते रहते है. लेकीन मै आपको बता देता हु, इस बंदे का एक ही रूम था. और यह अपने भाई और बहन के साथ रहता था. इनको स्कूल मे Teacher ने निकाला भी था. क्युंकी उसने अपनी Teacher की Respect नही की थी. मै आपको बता देता हु Cristiano Ronaldo को दिल की बिमारी हुई थी, तब डॉक्टर ने दौड ने के लिये उन्हे मना किया था. लेकीन इसके बावजुद आज यह बंदा दुनिया का सबसे Successfull Football Champion है.
Ms Dhoni भाई.. यह बंदा Cricket मे भारत के साथ दुनिया मे Famous है. यह Cricket खेळणे से पहिले रेल टिकेटर था. लेकीन उसने अपने आपको किस क्षेत्र मे सही हु, यह जाना और आज यह Cricket मे सबके लिये एक प्रेरणा है. उसके कप्तानी मे भारत ने सबसे ICC Cricket Match जीते है.
Thomas Edision इस बंदे की दुनिया मे सबसे असफल होनेवाले मे गिनती होती है. लेकीन आज यह जीस जगह पर है, उस जगह को पाना किसी के लिये आसान नही है. आज घर घर मे जो आपको बल्ब दिखते है, यह उन्हिका अविष्कार है. लेकीन उनकी पहले की जिंदगी के बारे मे देखा तो, यह बंदा स्कूल मे पढई मे सबसे कमजोर था. इसलिये स्कूल वालोने उसे मतमंद बुद्धी का सोचकर स्कूल से निकाल दिया. इसलिये मां उसे घर पर ही पढाने लगी. लेकीन जब वह १२ साल का हुआ, तब उसकी एक Inspection के कारण सुंनेकी क्षमता कम हो गई. लेकीन इस बंदे ने उसे कुदरत को दोष देणेके बजाय इसको Positive तरीकेसे लिया और अपने काम पर फोकस करने लगा. काम के साथ नोकरी करना चाहते थे, लेकीन उनको मतीमंद कहकर वहासे उसे निकाल दिया. लेकीन यह बंदा हार मानने वाला नही था. वह हार को Positive की तरह लेता था और पुन्ह: कामपर फोकस करता था. तब भी असफलता उनका साथ नही छोड रही थी. लेकीन यह बंदा असफलता को सफलता का हथियार बनाकर उसे अपने साथ लेकर सफलता की तरफ मार्गस्थ होता था. और ९९०० बार असफल होने के बाद, उन्होने बल्ब का अविष्कार किया.
मै कहता हु की. जो मनुष्य छोटी सी हार के बाद जिंदगी जिना छोड देते है. उन्हे इनसे कुछ शिक लेनी चाहिये. यह बंदा अगर हमारी तरह घर पर ऐसे ही बैठता, तो दुनिया मे घर घर बल्ब प्रकाश नही देता. इसलिये जिंदगी मे आगे बढते रहो पीछे मत देखो. क्युंकी अतीत आपको सिर्फ यादे देता है और आज मतलब वर्तमान आपको अपने अछे भविष्य की तरफ मार्गदर्शन करता है.