मन पर नियंत्रण कैसे करें?? ये सवाल हर इंसान के मन में आता है. और होना भी स्वाभाविक है. क्युंकी मन एक ऐसा क्षेपणास्त्र है, उसको रोकना आम मनुष्य के लिये बहुत कठीण है. लेकीन नामुंकीन नही है. यहा एक सवाल आता है कि, मन पर नियंत्रण कौनसा इंसान कर सकता है? अगर देखा जाये तो, पहले के जो साधू ऋषिमुनि थे, वह ध्यान करके और समाज से सभी बंधनो से विरक्त होकर, अपने मन पर नियंत्रण रखते थे. और शांती से जीवन व्यतीत करते थे.
लेकीन आज इस कलियुग जैसे शापित युग मे ध्यान करके या समाज से सभी बंधोनोसे विरक्त रह्के कर सकते है, तो इसका उत्तर नजदीकी ना की बराबर होगा. क्युंकी आज मनुष्य अपने आपको सबसे बडा और बलवान बनने के लिये, वह दुसरे के बारे मे बुरे विचार, कुरघुडी और अविचारी होता जा रहा है. आज के इस भाग दौड जीवन मे सबसे आगे रहने के लिये, अपने खुद के शरीर के बारे मे ना सोचते हुये, धन और संपत्ती के पीछे पडा रहता है. इससे यह अपनी शांती भूलता जा रहा है. अपने मन को कंट्रोल नही कर पा रहा है. ऐसे मे अंत : वह रोगी की तरह अपना जीवन समाप्त कर देता है.
दोस्तो, मन को नियंत्रित करना कोही बडी बात नही है. लेकीन इसे नियंत्रित करने के लिये आपके पास मन को नियंत्रित करने की इच्छा होनी चाहिये. जबतक इच्छा ना हो, तब तक आप उस काम को पुरा नही कर सकते. इसलिये सभी अस्त्रो से तेज भागाने भागने वाले मन को नियंत्रित करने के लिये कुछ खास गुण होते है. उसे आप कर लेते है, तब आप मन पर नियंत्रण करने मे काबिल हो जाओगे. जाणते वह कौनसे गुण है, जो हम सभी को अपणाना है.
मन पर कंट्रोल कैसे करें? पढाई के लिये खास करके बहुत जरुरी है
खुद से प्यार करो
अगर जीवन मे शांती चाहते हो तो, पहले अपने आपसे प्यार करो. यह पहला प्रभावी गुण है, जो बाहर कही भी नही मिलेगा. खुद्से प्यार करने से आप अपने शरीर से प्यार करना शिकेंगे और जो मनुष्य अपने शरीर से प्यार करता है, वह अपने लंबी आयु के लिये सभी अछे गुण, जो शरीर को हेल्दी करणे मे मदद करते है, वह सभी गुण अपने जीवन मे अपनता है. इससे आपका धीमाग शांत रहेगा और आप जो भी काम करेंगे, वह शांती से पुरा होगा. और इससे आपके धीमाग पर ज्यादा बोझ नही आयेगा. धीमाग तेजीसे चलेगा और आपके शरीर की किसी प्रकार की हानी नही होगी.
सकारात्मक सोच
सकारत्मक सोच मनुष्य को दुर्बल से प्रभावी मनुष्य मे परावर्तीत करती है. अगर आपकी सोच सकारत्मक है, तो आप जो भी काम करेंगे, वह जल्दी पुरा होगा. लेकीन आपकी सोच नकारात्मक हो, तो आपसे कोही भी काम आसानी से पुरा नही होगा. आप हर समय गलतियां करते रहेंगे. इससे बचने के लिये आपकी सोच सकारात्मक होनी चाहिये.
योग
योग शब्द आपने सुना ही होगा. ये एक शब्द नही, बल्की मनुष्य का शरीर सुदृढ बनाने की एक कुंजी है. पौराणिक काल मे ऋषी मुनी योग करके अपना शरीर स्वस्थ करते थे. और लंबी आयु तक जीवन जीते थे. योग आप खुली हवा मे कर सकते है. सुबह का समय योग के लिये सही रहता है. अगर आपको योग के बारे पता न हो, तो आप किसी दुसरे निपुण व्यक्ति से या टेलीविजन, यु ट्यूब वीडियो देखकर सीख सकते है.
रोजाना योग करणे से शरीर स्वस्थ तो हो जाता है, साथ ही मन भी शांत रहता है.
नींद पुरी लेना आवश्यक है
शांत मन के लिये पुरी नींद लेना बहुत जरुरी है. अधूरी नींद शरीर के लिये बहुत नुकसानदायी है. अधूरी नींद से आप कोई भी काम करेंगे वह काम सही तरीकेसे पुरा नही होगा. इसलिये मनुष्य के लिये पुरे दिन मे 7-8 घंटे की नींद लेना बहुत जरुरी है. इससे मन शांत और दुसरा काम करने के लिये तयार रहता है.
व्यायाम
स्वस्थ शरीर के लिये व्यायाम की आवश्यकता होती है. व्यायाम से मन शांत रहता है. साँस लेने का व्यायाम (Breathing Exercise ) सुबह श्याम करने से दिमाग शांत और सक्रिय रहता है. जीससे आप पुरा दिन बिना थके काम कर सकते है.
गंदी आदते
गंदी आदते मनुष्य को घुमरा करके गलत काम करवा लेती है. शराब, सिगारेट, तंबाकू, बीडी आदी मनुष्य के लिये बरबाद करनेवाली चीजे है. जीससे मनुष्य का मन अशांत रहता है. काम मे मन लगता नही है. रिश्तेदार दूर चले जाते है. मनुष्य की बहुत हानी हो जाती है. अगर मन को काबू करना है और मन को शांती लाना चाहते हो, तो गंदी आदतोंसे दूर रहना चाहिये.
अच्छे लोगों के साथ रहे
मन को शांती लाना चाहते हो, तो बुरे लोगोंका साथ छोडकर, अच्छे लोगो के साथ रहना चाहीये. अच्छे लोगों को साथ रहने से आप अच्छे विचार प्राप्त करेंगे. अच्छे विचार और साथ मिलने से आप क्रोधीत और अहंकारी नही होंगे. जीससे आपका मन शांत रहेगा.
मै यहा कहना चाहता हु की, मन को कंट्रोल करना सभी के लिये आसान नही है. लेकीन आपको अपने अछे स्वास्थ्य के लिये कोशिश जरूर करना चाहिये. जब आप कोशिश करेंगे तब आपको उसकी आदत लगेगी और एक दिन आप अपने बारे मे सोचने लगेंगे. जब आप अपने बारे मे सोचने लगेंगे, तब जरूर आप अछी आदतें अपनायेंगे. आपको शांती का एहसास होगा.
मै यहा सभी बच्चों के माता-पिता से कहना चाहुंगा की, अपने बच्चों की दिमाक की पॉवर तेज करने के लिये बच्चों को मन पर नियंत्रण करणे के लिये प्रभावी ट्रेनिंग देणा शुरू करे. धीरे धीरे बच्चों को आदत लगेगी. और आगे उसके जीवन एक भाग बनेगा. आप देखेंगे की, आपका बच्चा सबसे तेज और हर एक काम मे सक्रीय रहेगा.
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